इंस्पेक्टर ऑपरेशन की टीम को फिर बड़ी कामयाबी

Inspector Operations team again got big Success
पुलिस ने इंटरस्टेट वाहन चोरी के मामले में मुन्ना गैंग के किंगपिन समेत तीन शातिर आरोपी और एक स्क्रैप डीलर को भी किया काबू।
पुलिस ने कुल 11 मामलों को सुलझाया।
पकड़े गए आरोपियो के कब्जे से एक बुलेट मोटर साइकिल, 4 मोटर साइकिल,3 एक्टिवा स्कूटर के 3 लक्जरी गाड़िया और 8 गाड़ियों की बैटरिया के अलावा गाड़ियों के दस्तावेज भी बरामद किए।
रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Inspector Operations team again got big Success: यूटी पुलिस का अहम विभाग माने जाने वाले ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम को फिर उस वक्त एक बड़ी कामयाबी मिली।जब पुलिस इंटरस्टेट वाहन चोरी के मामले में मुन्ना गैंग के किंगपिन समेत तीन शातिर आरोपियो और एक स्क्रैप डीलर को भी गिरफ्तार किया है।पकड़े गए आरोपियो की पहचान यूपी के जिला मुरादाबाद के रहने वाले 40 वर्षीय गैंग का किंगपिन मनोज ठाकुर उर्फ मुन्ना, पंजाब के जिला लुधियाना का रहने वाला 57 वर्षीय असलम, यूपी के जिला कानपुर का रहने वाला 33 वर्षीय नवनीत,और स्क्रैप डीलर लुधियाना निवासी 36 वर्षीय जयप्रकाश के रूप में हुई है। पुलिस ने कुल 11 मामलों को सुलझाया है।पकड़े गए आरोपियो के कब्जे से एक बुलेट मोटर साइकिल, 4 मोटर साइकिल,3 एक्टिवा स्कूटर के 3 लक्जरी गाड़िया और 8 गाड़ियों की बैटरियो के अलावा गाड़ियों के दस्तावेज भी बरामद की है।जानकारी के अनुसार यूटी पुलिस के ऑपरेशन सैल की एसपी गीतांजलि खंडेलवाल के दिशा निर्देशों के चलते ऑपरेशन सैल के डीएसपी विकाश शिओकंद की सुपरविजन में ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने 26 जून 2025 को राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण अनुसंधान संस्थान, सेक्टर-26, चंडीगढ़ के पास एक नाका लगा रखा था।चेकिंग के दौरान टीम ने एक मोटर साइकिल चालक को रोका। जिसने अपना नाम असलम बताया। जब पुलिस ने बाइक के कागजात चेक करवाने के लिए बोला तो दस्तावेज पेश करने में विफल रहा। रिकॉर्ड की जांच करने पर पाया गया कि उक्त मोटरसाइकिल चोरी की है।जो 15 जून को थाना आईटी पार्क क्षेत्र एरिया के अंतर्गत से चोरी हुई थी।आरोपी असलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।तथा उसके कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। इसके अलावा, पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी ने खुलासा किया कि उसके गिरोह के दो सदस्य चंडीगढ़ क्षेत्र में भी सक्रिय हैं।वर्तमान में उनके पास एक चोरी किया बुलेट मोटरसाइकिल हिमाचल नंबर का है।जिसे उन्होंने सेक्टर-22, चंडीगढ़ से चुराया था। तथा वे मनीमाजरा चंडीगढ़ क्षेत्र में घूम रहे हैं।
पकड़े गए आरोपियों ने अपना नाम नवनीत और मनोज उर्फ मुन्ना बताया। पुलिस ने तुंरत उन्हें गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ के दौरान आरोपी नवनीत, आरोपी मनोज ठाकुर उर्फ मुन्ना और आरोपी असलम ने खुलासा किया कि वे चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के क्षेत्र में विभिन्न वाहन चोरी के मामलों में शामिल रहे हैं। और मनोज ठाकुर इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने चोरी की गई गाड़ियों को चंडीगढ़ के विभिन्न पार्किंग एरिया में पार्क किया है। कुछ समय बाद, वे वाहन को लुधियाना, पंजाब ले गए और बैटरियां ले जाकर लुधियाना में बेच थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया।और दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। रिमांड के दौरान उनकी निशानदेही पर अन्य चोरी की गई कई गाड़ियां बरामद की। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अलग अलग वाहन बरामद किए।
पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया किंगपिन थाना 19 का पीओ भी है।
जानकारी के अनुसार पता चला कि पकड़ा गया मामले में किंगपिन मनोज ठाकुर उर्फ मुन्ना थाना 19 के चोरी के मामले का पीओ भी है। आरोपी किंगपिन इसी साल हरियाणा के जिला अंबाला जेल से बाहर आया है।और अपने साथियों के साथ मिलकर फिर चोरी की वारदातो को अंजाम देना शुरू कर दिया। किंगपिन के खिलाफ पंजाब, हिमाचल हरियाणा और चंडीगढ़ में कुल 33 मामले दर्ज पाए गए हैं। आरोपी असलम के खिलाफ 12 और आरोपी नवनीत के खिलाफ एक मामला दर्ज पाया गया
इससे पहले भी ऑपरेशन सैल की टीम कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझा चुकी है। जानकारी के अनुसार ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम इससे पहले कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझा चुकी हैं।जिसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई,राजू बासौदी और वकांत गर्ग के अंतरराज्यीय गुर्गों का पर्दाफाश किया था। पुलिस पकड़े गए आरोपी गुर्गों के कब्जे से 190 ग्राम हेरोइन,4 लाख 90 हजार ड्रग मनी,तीन पिस्टल,दो जिंदा कारतूस,एक फॉर्च्यूनर कार,एक बेटों कार और एक मोटर साइकिल बरामद किया था। इसके अलावा टीम ने मर्डर मामले और एनडीपीएस एक्ट के मामलों में तस्करी करने वाले आरोपियो की धरपकड़ कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।